शब्दों का ऐसा प्रयोग जिससे कविता के किसी खास भाव या दृश्य में ध्वन्यात्मक प्रभाव पैदा हो, नाद-सौंदर्य कहलाता है। उत्साह कविता में ऐसे कौन-से शब्द हैं जिनमें नाद-सौंदर्य मौजूद है, छाँटकर लिखें।
निम्नलिखित पंक्तियों में नाद-सौंदर्य दर्शनीय है-
(क) घेर-घेर घोर गगन, धाराधर ओ।
(ख) विकल विकल, उन्मन थे उन्मन।
(ग) तप्त धरा, जल से फिर
(घ) शीतल कर दो-बादल गरजो।
(च) ललित ललित, काले घुंघराले, बाल कल्पना के-से पाले,
(छ) विधुत-छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले।